
सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने और यातायात नियमों के उल्लंघन को हतोत्साहित करने के लिए, भारत सरकार ने मोटर वाहन अधिनियम में बदलाव किए हैं, जिसमें जुर्माने की राशि में उल्लेखनीय वृद्धि की गई है, इन भारी चालानों, जिनमें कुछ मामलों में ₹10,000 तक का जुर्माना शामिल है, से बचने के लिए, इन महत्वपूर्ण नियमों का पालन करना आवश्यक है।
₹10,000 तक के भारी चालान से बचने के लिए 5 महत्वपूर्ण नियम
- एम्बुलेंस जैसी आपातकालीन सेवाओं के वाहनों को रास्ता न देने पर ₹10,000 तक का भारी जुर्माना भरना पड़ सकता है।
- नशे की हालत में गाड़ी चलाते हुए पकड़े जाने पर पहली बार में ₹10,000 का जुर्माना और/या 6 महीने तक की जेल हो सकती है। बार-बार अपराध करने पर ₹15,000 का जुर्माना और 2 साल तक की जेल का प्रावधान है।
- ड्राइविंग करते समय मोबाइल फोन का उपयोग करने पर ₹5,000 तक का जुर्माना लगाया जा सकता है।
- हमेशा अपने साथ वैध ड्राइविंग लाइसेंस, वाहन पंजीकरण (RC), बीमा और प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र (PUC) रखें। वैध लाइसेंस के बिना पकड़े जाने पर ₹5,000 तक का जुर्माना लग सकता है।
- दोपहिया वाहन चलाते समय चालक और पीछे बैठने वाले दोनों के लिए हेलमेट पहनना अनिवार्य है, जिसका उल्लंघन करने पर ₹1,000 का जुर्माना और 3 महीने के लिए लाइसेंस निलंबित हो सकता है। कार में सीट बेल्ट नहीं पहनने पर भी जुर्माना है।
अन्य महत्वपूर्ण बातें
- निर्धारित गति सीमा का पालन करें, ओवरस्पीडिंग पर ₹5,000 तक का चालान हो सकता है।
- यदि कोई नाबालिग गाड़ी चलाते हुए पकड़ा जाता है, तो उसके परिवार/अभिभावकों पर ₹25,000 का भारी जुर्माना लगाया जा सकता है।
इन नियमों का पालन करके आप न केवल भारी जुर्माने से बच सकते हैं, बल्कि अपनी और दूसरों की जान भी सुरक्षित रख सकते हैं। आप अपने चालान की स्थिति ऑनलाइन जांचने या भुगतान करने के लिए राज्य परिवहन विभाग की आधिकारिक वेबसाइट या परिवहन मंत्रालय की वेबसाइट पर जा सकते हैं।









