
आज भारत के बुलियन मार्केट से आई खबर ने निवेशकों और ग्राहकों दोनों को चौंका दिया है। October 30, 2025 को देशभर में सोने के दाम में जबरदस्त गिरावट देखी गई है। कुछ ही दिनों में 24 कैरेट और 22 कैरेट गोल्ड दोनों के रेट्स तेजी से नीचे आए हैं, जिससे मार्केट में हलचल बढ़ गई है।
आज का गोल्ड रेट
मार्केट रिपोर्ट्स के अनुसार, 24 कैरेट सोने का भाव फिलहाल करीब ₹1,30,601 प्रति 10 ग्राम रिकॉर्ड किया गया है। वहीं 22 कैरेट गोल्ड की कीमत ₹1,20,318 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच चुकी है। यह लगातार तीसरा दिन है जब सोने की दरों में गिरावट का ट्रेंड बरकरार है।
पिछले दिनों का प्राइस ट्रेंड
पिछले हफ्ते तक 24 कैरेट गोल्ड का भाव ₹1,25,610 प्रति 10 ग्राम था, जो धीरे-धीरे ₹1,25,070 और फिर ₹1,20,810 प्रति 10 ग्राम तक फिसल गया। वहीं 22 कैरेट गोल्ड भी ₹1,15,140 से घटकर ₹1,12,990 प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया।
MCX (Multi Commodity Exchange) पर भी एक दिन में 10 ग्राम सोने के भाव में करीब ₹2,257 की गिरावट दर्ज हुई और कीमत ₹1,18,700 तक आ गई।
गोल्ड प्राइस में गिरावट के कारण
इस बार की गिरावट के पीछे घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों वजहें हैं।
- सबसे पहले, festive season (दीवाली और धनतेरस) खत्म होते ही मार्केट डिमांड में ठहराव आया है।
- दूसरा कारण विदेशी बाजारों में gold rates का नीचे जाना है। Global investors की profit booking और Dollar की तेजी ने International Gold Rates को गिरा दिया है।
- तीसरा बड़ा कारण है रुपये की कमजोरी। Dollar के मुकाबले कमजोर होता रुपया imported gold की cost को प्रभावित करता है, जिससे prices में उतार-चढ़ाव बढ़ता है।
निवेशकों के लिए क्या मतलब है?
अगर आप गोल्ड में लम्बे समय के लिए निवेश की योजना बना रहे हैं, तो यह वक्त आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। Price correction के इस दौर में निवेशक कम भाव पर entry ले सकते हैं।
लेकिन short-term traders को market volatility पर नजर रखनी चाहिए क्योंकि आने वाले दिनों में global cues (जैसे अमेरिकी बाजारों में दरें, क्रूड ऑयल, और डॉलर की दिशा) gold rates को प्रभावित कर सकते हैं।
कैसे करें स्मार्ट इन्वेस्टमेंट?
- अगर आप physical gold लेना चाहते हैं, तो trusted jewelers से ही खरीददारी करें और hallmark पर जरूर ध्यान दें।
- diversified investment के लिए Gold ETFs या Sovereign Gold Bonds जैसे डिजिटल ऑप्शन भी अच्छे हैं।
- हर investor को अपने budget और goal के हिसाब से decide करना चाहिए कि कौन-सा format उनके लिए सही रहेगा — Physical Gold, Digital Gold या ETFs।
आने वाले दिनों में क्या रहेगा ट्रेंड?
Experts का मानना है कि international economic data और geopolitical factors gold prices को आगे भी प्रभावित कर सकते हैं। अगर global uncertainty बनी रहती है, तो long-term में सोना फिर से मजबूत रिटर्न वाला asset बन सकता है।
फिलहाल मार्केट में सोने की कीमतें नीचे हैं, लेकिन यह situation हमेशा नहीं रहेगी। जो निवेशक long-term vision रखते हैं, उनके लिए यह गिरावट एक golden opportunity बन सकती है। बस ध्यान रहे, हर निवेश सोच-समझकर करें और मार्केट ट्रेंड्स पर लगातार नजर बनाए रखें।









